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डा० भीमराव अंबेडकर और वर्तमान

 बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर और वर्तमान भारतीय समाज  बाबा साहब  समाज में सामाजिक न्याय, समानता और मानवाधिकारों के सबसे बड़े पुरोधा माने जाते हैं। उनका जीवन संघर्ष व दलितों के अधिकारों के लिए समर्पण और भारतीय संविधान में उनके योगदान ने उन्हें सामाजिक क्रांति का सिम्बल बना दिया है। वर्तमान भारतीय राजनीति में उनका नाम अक्सर उद्धृत किया जाता है, परन्तु क्या आज की राजनीति उनके विचारों के अनुरूप चल रही है? क्या जातिवाद अब भी भारतीय समाज की जड़ में है? आइए इस पर एक स्वस्थ विमर्श करें. .. 1. बाबा साहब अम्बेडकर के विचार और उनका महत्त्व जाति व्यवस्था पर उनका दृष्टिकोण 'एनिहिलेशन ऑफ कास्ट' का विश्लेषण भारतीय संविधान में सामाजिक समानता का समावेश आरक्षण नीति की अवधारणा 2. वर्तमान भारतीय राजनीति में अम्बेडकर के विचारों की प्रासंगिकता राजनीतिक दलों द्वारा अम्बेडकर का प्रतीकात्मक प्रयोग सामाजिक न्याय बनाम चुनावी राजनीति आरक्षण की राजनीति और उसका दुरुपयोग दलित नेतृत्व का उदय और उसकी सीमाएँ 3. जातिवाद: आज भी जीवित और प्रबल आधुनिक भारत में जातिवाद के नए रूप शिक्षा, नौकरियों और न्याय व्यवस्था ...

होली 2023के मायने होली 2022 के सापेक्ष

 होली 2023 की तिथि (Holi 2023 Date )



होली का त्यौहार  रंग ,रंगने वाले  और  भींगने वाले तीनों की सरसता ,समरसता,  प्रेम में  सराबोर होने ,एकाकार  होने का पर्व  है | 
इस पर्व में  रंग और  गुलाल तो प्रतीक मात्र हैं  , रंगना और  भींगना तो प्रेम में  होता है  |
यह भारतीय संस्कृति की  विविधता (रंग-बिरंगा )में  एकता का प्रतीक है |
उस दिन सभी लोग सारे बैर भाव भूलकर  एक दूसरे से प्रेम पूर्वक मिलते हैं |
हालांकि अब इस परम्परा में गिरावट आई है परन्तु अभी भी यह चल रहा है। 
इस बार की होली 2023 की तिथियां कुछ इस प्रकार  हैं |

होलिका दहन - फाल्गुन शुक्ल तिथि  14 (6 मार्च)

काशी में होली - फाल्गुन शुक्ल तिथि 15 पूर्णिमा (7 मार्च )

काशी से अन्यत्र होली - रंगोत्सव
चैत्र कृष्ण तिथि  प्रथमा (8मार्च)

बुढ़वा मंगल (काशी)- चैत्र  कृष्ण  तिथि  सप्तमी (14मार्च)



इन तिथियों  के सत्यापन हेतु देश काल और  स्थानीयता के अनुरूप  पांचांग देंखें |

होली  2022की तिथि (Holi 2022 Date )

           अगर हम बीती होली की बात करें तो  ,2022 में  होली की बात  करें  तो 17 मार्च फाल्गुन  शुक्ल पक्ष में होलिका दहन |
18 मार्च  फाल्गुन शुक्ल पक्ष  पूर्णिमा को रंगोत्सव  मनाया गया  |

होली 2024 की तिथि (when Holi 2024 Date)

होली की तिथि  सूर्य -चंद्र और  ग्रहों की स्थिति  पर निर्भर करता है|
परन्तु सम्भावित तिथि  - मार्च 25 दिन सोमवार 2024 है |(तिथि में परिवर्तन सम्भव है )

हमें  आशा है कि आप सब के प्रश्न - होली कब है (when Holi
 2022 , Holi 2023 , Holi
 2024) के जबाब मिल गये  होंगे  |

होली 2022 और होली  2023 के मायने -

होली 2022 में  कोरोना के बढ़ते कहर के कारण  प्रतिबंध थे | चहुओर भय व्याप्त था उसके बावजूद भी होली  एक निश्चित  सीमान्तर्गत धूमधाम से  मनी |
         परन्तु  होली 2023 निर्भय होकर मनाई जाएगी  |
सभी लोग रंग - गुलाल  खेलेंगे, गले मिलेंगे  ,पकवान छके जाएंगे  |

कुछ प्रमुख फाग बोल होली 2023 -

होली के दिन ढोल - मजीरा के साथ हुरियारों की टोली घूमते हुए गाती है--
 होरी खेले रघुबीरा अवध में......

रंग बरसे भींगे चुनर वाली....

पनिया लाले -लाल  ए गउरा हमरा के चाहीं ........
आदि गाये जाते हैं  |

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होली की कुछ तस्वीरें  HD में -
(Holi Image HD)

होली कुछ तस्वीरें  जो मन को  सराबोर करती हैं  ,साझा करते हैं. ...



Varanasi Holi Image HD


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