डड़कटवा के विरासत जब सावन आवेला त रोपनी आ खेती जमक जाले , लोग भोरही फरसा (फावड़ा) लेके खेत के हजामत बनावे चल दे ला , ओहमें कुछ लोग स्वभाव से नीच आ हजामत में उच्च कोटि के होला ओहके डड़कटवा (खेत का मेड़ काट कर खेत बढाने की नाजायज चेष्टा रखने वाला व्यक्ति )के नाम से जानल जाला .. डड़कटवा हर गांव में लगभग हर घर में पावल जाले , डड़कटवा किस्म के लोग कई पुहुत (पुश्त) तक एह कला के बिसरे ना देलन , कारण इ होला की उनकर उत्थान -पतन ओही एक फीट जमीन में फंसल रहेला , डड़कटवा लोग एह कला के सहेज (संरक्षित ) करे में सगरो जिनिगी खपा देलें आ आवे वाली अपनी अगली पीढ़ी के भी जाने अनजाने में सीखा देबेलें , डड़कटवा के डाड़ (खेत का मेड़) काट के जेवन विजय के अनुभूति होखे ले , ठीक ओइसने जेइसन पढ़ाकू लइका के केवनो परीक्षा के परिणाम आवे पर पास होइला पर खुशी होखे ले | कुल मिला के जीवन भर डाड़ काट के ओह व्यक्ति की नीचता के संजीवनी मिलेले आ ओकर आत्मा तृप्त हो जाले बाकी ओके भ्रम रहेला की खेत बढ़ गईल , काहे की ,एकगो कहाउत कहल जाले की...
शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच में एसटीएफ ने तार जुड़े पाए कार्यालय परीक्षा नियामक प्राधिकरी प्रयागराज तक
,एक महत्वपूर्ण गिरफ्तारी
शिक्षक भर्ती घोटाला का बड़ा खुलासा
भर्ती घोटाले के तार परीक्षा नियामक प्राधिकरी प्रयागराज के कार्यालय से जुड़े पाए गए..
शिक्षक भर्ती घोटाले में संलिप्त था, कार्यालय परीक्षा नियामक प्राधिकरी प्रयागराज का लिपिक नरेंद्र कन्नौजिया पुत्र केवला प्रसाद निवासी चकदेवरा का कनैला, नैनी प्रयागराज |
विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में साल्वर से लेकर फर्जी प्रमाणपत्र, हेराफेरी से फर्जी न्युक्ति का काम उत्तर प्रदेश की विभिन्न भर्तियों में चल रहा था | इस गैंग का सरगना गिरफ्तार हुआ जिसकी निशान देही पर नरेंद्र कन्नौजिया को एसटीएफ ने आज सुबह सिविल लाइन रोडवेज बस स्टैंड से गिरफ्तार किया | कन्नौजिया ने पूछताछ में स्वयं को कार्यालय परीक्षा नियामक प्राधिकरी प्रयागराज का कनिष्ठ लिपिक बताया
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अब देखना है फर्जी तरीके से न्युक्ति पाकर गुरु जी बने लोगों का क्या होता है ❓क्या योग्य अभ्यर्थियों को न्याय मिलेगा ❓
Ye to hona hi tha
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