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डड़कटवा के विरासत

 डड़कटवा के विरासत जब सावन आवेला त रोपनी आ खेती जमक जाले , लोग भोरही फरसा (फावड़ा) लेके खेत के हजामत बनावे चल दे ला , ओहमें कुछ लोग स्वभाव से नीच आ हजामत में उच्च कोटि के होला ओहके डड़कटवा (खेत का मेड़ काट कर खेत बढाने की नाजायज चेष्टा रखने वाला व्यक्ति )के नाम  से जानल जाला .. डड़कटवा हर गांव में  लगभग हर घर में  पावल जाले , डड़कटवा किस्म के लोग कई पुहुत (पुश्त) तक एह कला के बिसरे ना देलन  , कारण इ होला की उनकर उत्थान -पतन ओही एक फीट जमीन में  फंसल  रहेला  , डड़कटवा लोग एह कला के सहेज (संरक्षित ) करे में सगरो जिनिगी खपा देलें आ आवे वाली अपनी अगली पीढ़ी के भी जाने अनजाने में सीखा देबेलें , डड़कटवा के  डाड़ (खेत का मेड़) काट के जेवन विजय के अनुभूति होखे ले , ठीक ओइसने जेइसन  पढ़ाकू लइका के केवनो परीक्षा के परिणाम आवे पर पास होइला पर खुशी होखे ले |       कुल मिला के जीवन भर डाड़ काट के ओह व्यक्ति की नीचता के संजीवनी  मिलेले आ ओकर आत्मा तृप्त हो जाले बाकी ओके भ्रम रहेला की खेत बढ़ गईल , काहे की ,एकगो कहाउत कहल जाले की...

सपा महासचिव प्रोफेसर रामगोपाल यादव की ७२ वीं जन्मतिथि के अवसर पर पहुंचेगी, शामिल होंगे शिवपाल एवं मुलायम सिंह यादव

सपा महासचिव प्रोफेसर रामगोपाल यादव की ७२ वीं जन्मतिथि के अवसर पर पहुंचेगी, शामिल होंगे शिवपाल एवं मुलायम सिंह यादव


विधानसभा चुनाव से पहले सूबे के सबसे बड़े सियासी परिवार में मची घमासान को दूर करने  आसार। 29 जून को शिकोहाबाद के रामलीला मैदान पर एकजुटता नजर आएगी। धरती पुत्र मुलायम सिंह के साथ-साथ शिवपाल यादव और परिवार के सभी सदस्य प्रो. रामगोपाल यादव के 72 वें जन्मदिन के आयोजन में शामिल होंगे। इस दिन पूरे देश को परिवार की एकजुटता का संदेश दिया जाएगा। और भारत की राजनीति को दिशा।

उप्र में फीरोजाबाद को सपा का गढ़ माना जाता रहा है। शैक्षिक कैरियर बनाकर शिक्षक बनने से लेकर विस चुनाव में शिकोहाबाद मुलायम सिंह की राजनैतिक जमीन बना। 1993 में शिकोहाबाद से मुलायम सिंह यादव ने विस चुनाव जीता और मुख्यमंत्री बने। वहीं अखिलेश यादव पहली बार यहीं से सांसद बने। उसके बाद प्रो. रामगोपाल यादव के बेटे अक्षय यादव 2014 में भाजपा की लहर को तोड़ते हुए सांसद बने।

2017 विधानसभा चुनाव के ऐन पहले सपा में पारिवारिक कलह शुरू हुई। जो बिखराव तक पहुंची। उस वक्त प्रो. यादव और अखिलेश यादव के समर्थन में फीरोजाबाद के सपाई एकजुट हुए थे। इसके बाद चले सियासी दौर में रिश्तेदार तक बाहर कर दिए गए। परिवार के रिश्तों में जमीं बर्फ पिछले कुछ महीनों से पिघलने लगी थी। पिछले महीने प्रो. रामगोपाल के पोते के जन्मदिन में शिवपाल यादव पूरे परिवार के साथ शामिल हुए थे।

इसके बाद प्रो. रामगोपाल यादव के जन्मदिन के आयोजन की भूमिका बनाई गई। शिकोहाबाद के रामलीला मैदान में हो रहे आयोजन को परिवार की एकजुटता दिखाने का माध्यम बनाया गया। पार्टी सूत्रों के मुताबिक आमंत्रण पहुंचते ही मुलायम सिंह और शिवपाल सिंह यादव ने आने की स्वीकृति दे दी है। आयोजकों के मुताबिक दोनों नेता 28 जून को सैफई पहुंचेंगे और 29 की सुबह वहां से शिकोहाबाद आएंगे। 

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