Skip to main content

Posts

Showing posts with the label सियासी सनसनी

डा० भीमराव अंबेडकर और वर्तमान

 बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर और वर्तमान भारतीय समाज  बाबा साहब  समाज में सामाजिक न्याय, समानता और मानवाधिकारों के सबसे बड़े पुरोधा माने जाते हैं। उनका जीवन संघर्ष व दलितों के अधिकारों के लिए समर्पण और भारतीय संविधान में उनके योगदान ने उन्हें सामाजिक क्रांति का सिम्बल बना दिया है। वर्तमान भारतीय राजनीति में उनका नाम अक्सर उद्धृत किया जाता है, परन्तु क्या आज की राजनीति उनके विचारों के अनुरूप चल रही है? क्या जातिवाद अब भी भारतीय समाज की जड़ में है? आइए इस पर एक स्वस्थ विमर्श करें. .. 1. बाबा साहब अम्बेडकर के विचार और उनका महत्त्व जाति व्यवस्था पर उनका दृष्टिकोण 'एनिहिलेशन ऑफ कास्ट' का विश्लेषण भारतीय संविधान में सामाजिक समानता का समावेश आरक्षण नीति की अवधारणा 2. वर्तमान भारतीय राजनीति में अम्बेडकर के विचारों की प्रासंगिकता राजनीतिक दलों द्वारा अम्बेडकर का प्रतीकात्मक प्रयोग सामाजिक न्याय बनाम चुनावी राजनीति आरक्षण की राजनीति और उसका दुरुपयोग दलित नेतृत्व का उदय और उसकी सीमाएँ 3. जातिवाद: आज भी जीवित और प्रबल आधुनिक भारत में जातिवाद के नए रूप शिक्षा, नौकरियों और न्याय व्यवस्था ...

सपा महासचिव प्रोफेसर रामगोपाल यादव की ७२ वीं जन्मतिथि के अवसर पर पहुंचेगी, शामिल होंगे शिवपाल एवं मुलायम सिंह यादव

सपा महासचिव प्रोफेसर रामगोपाल यादव की ७२ वीं जन्मतिथि के अवसर पर पहुंचेगी, शामिल होंगे शिवपाल एवं मुलायम सिंह यादव विधानसभा चुनाव से पहले सूबे के सबसे बड़े सियासी परिवार में मची घमासान को दूर करने  आसार। 29 जून को शिकोहाबाद के रामलीला मैदान पर एकजुटता नजर आएगी। धरती पुत्र मुलायम सिंह के साथ-साथ शिवपाल यादव और परिवार के सभी सदस्य प्रो. रामगोपाल यादव के 72 वें जन्मदिन के आयोजन में शामिल होंगे। इस दिन पूरे देश को परिवार की एकजुटता का संदेश दिया जाएगा। और भारत की राजनीति को दिशा। उप्र में फीरोजाबाद को सपा का गढ़ माना जाता रहा है। शैक्षिक कैरियर बनाकर शिक्षक बनने से लेकर विस चुनाव में शिकोहाबाद मुलायम सिंह की राजनैतिक जमीन बना। 1993 में शिकोहाबाद से मुलायम सिंह यादव ने विस चुनाव जीता और मुख्यमंत्री बने। वहीं अखिलेश यादव पहली बार यहीं से सांसद बने। उसके बाद प्रो. रामगोपाल यादव के बेटे अक्षय यादव 2014 में भाजपा की लहर को तोड़ते हुए सांसद बने। 2017 विधानसभा चुनाव के ऐन पहले सपा में पारिवारिक कलह शुरू हुई। जो बिखराव तक पहुंची। उस वक्त प्रो. यादव और अखिलेश यादव के समर्थन में फीरोजाबाद के स...