स्कूल" स्कूलों का मर्जर : वंचितों से छीनी जा रही है शिक्षा की आखिरी उम्मीद — एक सामाजिक, शैक्षिक और नैतिक समीक्षा "शिक्षा एक शस्त्र है जिससे आप दुनिया को बदल सकते हैं" — नेल्सन मंडेला। लेकिन क्या हो जब वह शस्त्र वंचितों के हाथ से छीन लिया जाए? उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्राथमिक विद्यालयों के मर्जर (विलय) की नीति न केवल शिक्षा का ढांचा बदल रही है, बल्कि उन बच्चों की उम्मीदों को भी कुचल रही है जिनके पास स्कूल ही एकमात्र रोशनी की किरण था। 1. मर्जर की वजहें – प्रशासनिक या जनविरोधी? amazon क्लिक करे और खरीदें सरकार यह कहती है कि बच्चों की कम संख्या वाले विद्यालयों का विलय करना व्यावसायिक और प्रशासनिक दृष्टि से उचित है। पर यह सवाल अनुत्तरित है कि – क्या विद्यालय में छात्र कम इसलिए हैं क्योंकि बच्चों की संख्या कम है, या इसलिए क्योंकि व्यवस्थाएं और भरोसा दोनों टूट चुके हैं? शिक्षक अनुपात, अधूरी भर्तियाँ, स्कूलों की बदहाली और गैर-शैक्षणिक कार्यों में शिक्षकों की नियुक्ति — क्या यह स्वयं सरकार की नीति की विफलता नहीं है? 2. गांवों के बच्चों के लिए स्कूल ...
सरकार कोरोना काल में, खण्ड शिक्षा अधिकारी (BEO) परीक्षा कराने हेतु कटिबद्ध है, यह परीक्षा उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित की जाएगी, इसका सीटिंग प्लान कोरोना महामारी से पूर्व का तैयार किया गया है और पुनः वही प्रवेश पत्र जारी कर दिया गया है, इस परीक्षा का परिणाम जो आए परन्तु कुछ त्वरित दुष्परिणाम व अव्यवहारिकता व विषमताएं....
1) परीक्षा का दिन रविवार साप्ताहिक सम्पूर्ण लाकडाऊन, यातायात की असुविधा, दो पहिया पर भी एक सवारी की अनुमति महिलाएं कैसे पहुंचेगी परीक्षा केंद्र तक?
2) परीक्षा का समय 12.00बजे पूर्वाह्न से 2.00 अपराह्न(#लागातार_चौदह_घण्टा) का होना!
3) शारीरिक दूरी का पालन न हो पाना
4) मास्क व फेस कवर लगा होने से जांच में असुविधा, जिससे कबूतरबाज आपदा को अवसर में आसानी से तब्दील कर सकेंगे!
5) परीक्षार्थियों का न चाहते हुए भी एक साथ बैठने से संक्रमण का भय!
6) उपस्थिति पंजिका एक दूसरे के पास संक्रमित होते हुए पहुंचेगी...
नोट--इतनी बड़ी परीक्षा से सरकार कोरोना ओपनिंग क्यों करना चाह रही है? इतनी संख्या में युवाओं पर कोरोना ओपनिंग परीक्षा का ट्रायल क्यों ? इसे सरकार की जिद कहें, मजबूरी कहें अथवा बेवकूफी?
#सरकार_बेरोजगारी_समाप्त_करना_चाहती_है_अथवा_बेरोजगार
विशेष- एडमिट कार्ड पर समय 12 बजे रात्रि से सायंकाल 2 बजे तक है परीक्षा समय, यह मुद्रक की मानवीय भूल हो सकती है!
VIRANJAY SINGH
इसे तो सरकार की अदूरदर्शिता ही कहेंगे कि इतनी पाबंदियों के बावजूद भी सरकार परीक्षा कराने जा रही है और मजे कि बात ये कि सारी पाबंदियां खुद सरकार के द्वारा ही लगाई गई है ।
ReplyDeleteजी, असमंजस में है, सभी परीक्षार्थी
ReplyDeleteजी, असमंजस में है, सभी परीक्षार्थी
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