बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर और वर्तमान भारतीय समाज बाबा साहब समाज में सामाजिक न्याय, समानता और मानवाधिकारों के सबसे बड़े पुरोधा माने जाते हैं। उनका जीवन संघर्ष व दलितों के अधिकारों के लिए समर्पण और भारतीय संविधान में उनके योगदान ने उन्हें सामाजिक क्रांति का सिम्बल बना दिया है। वर्तमान भारतीय राजनीति में उनका नाम अक्सर उद्धृत किया जाता है, परन्तु क्या आज की राजनीति उनके विचारों के अनुरूप चल रही है? क्या जातिवाद अब भी भारतीय समाज की जड़ में है? आइए इस पर एक स्वस्थ विमर्श करें. .. 1. बाबा साहब अम्बेडकर के विचार और उनका महत्त्व जाति व्यवस्था पर उनका दृष्टिकोण 'एनिहिलेशन ऑफ कास्ट' का विश्लेषण भारतीय संविधान में सामाजिक समानता का समावेश आरक्षण नीति की अवधारणा 2. वर्तमान भारतीय राजनीति में अम्बेडकर के विचारों की प्रासंगिकता राजनीतिक दलों द्वारा अम्बेडकर का प्रतीकात्मक प्रयोग सामाजिक न्याय बनाम चुनावी राजनीति आरक्षण की राजनीति और उसका दुरुपयोग दलित नेतृत्व का उदय और उसकी सीमाएँ 3. जातिवाद: आज भी जीवित और प्रबल आधुनिक भारत में जातिवाद के नए रूप शिक्षा, नौकरियों और न्याय व्यवस्था ...
कानपुर मुटभेड़
कानपुर - सीओ बिल्हौर देवेंद्र मिश्र एसओ शिवराजपुर समेत एक सब इंस्पेक्टर 5 सिपाही हुए मुठभेड़ में शहीद।
पुलिस और अपराधियों की मुठभेड़ में 6 पुलिस अधिकारी और कर्मचारी हुए सहीद। एसओ बिठूर समेत 6 लोग गोली लगने हुए घायल।
घायल एसओ और सभी पुलिस कर्मियों को गंभीर हालत में रीजेंसी अस्पताल लाया गया।
कानपुर नगर पुलिस गई थी पुलिस कानपुर देहात के शिवली थाना क्षेत्र के विकरू गांव में दबिश देने । पुलिस टीम पर हुई जमकर फायरिंग।
मुठभेड़ के दौरान बिठूर थाना प्रभारी कौशलेंद्र प्रताप सिंह समेत कई पुलिसकर्मी को लगी गोली। पुलिस के कई असलहे भी लूट ले गए विकास और उसके साथी।
रीजेंसी हॉस्पिटल में चल रहा है सभी घायलों का इलाज।
छतों से हमलावरों ने पुलिस पर बरसाई गोलियां।।
विकास दुबे थाने में घुसकर राज्यमंत्री और पुलिस कर्मी सहित कई लोगों की कर चुका है हत्या।
एडीजी कानपुर जोन आईजी रेंज एसएसपी कानपुर समेत कई जनपदों का पुलिस फ़ोर्स मौके पर मौजूद।
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