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शिक्षकों स्थिति और मुर्गे की कहानी

 शिक्षक और परिवर्तन की मिशाल  शिक्षक को परिवर्तन के लिए जाना जाता है। समाज में महत्वपूर्ण परिवर्तन तथा सुधारों के प्रतीक हैं,  शिक्षक |  अब उन शिक्षकों को एक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण करनी है , जिनकी सेवा 6 अथवा 8 वर्ष है , हां उन्हें पास करना भी चाहिए क्योंकि वे राष्ट्र निर्माण की नर्सरी तैयार कर रहे हैं।  परन्तु क्या ऐसी परीक्षा जिसमें पिता और पुत्र एक साथ बैठ कर परीक्षा दें |  उसके लिए अतिरिक्त समय , तैयारी और  पुनः समायोजित तैयारी की जरुरत होगी |         सरकारी शिक्षकों का दायित्व  एक सरकारी शिक्षक को  , बाल गणना , जनगणना , मकान गणना , बाढ़ नियंत्रण,  बी एलओ,  सफाई , एमडीएमए ,चुनाव  और भी बहुत कुछ तब जा कर मूल दायित्व बच्चों को गढ़ कर नागरिक बनाना | मुर्गे की कहानी और शिक्षक  जो समस्याएं आती हैं उनकी पटकथा और पृष्ठभूमि होती है। अनायास एक दिन में समस्याएं नहीं आ जाती. .. एक लोक कथा याद आ गई. . एक शानदार मुर्गा था कलंगीदार मस्तक , चमकीले पंख , चमकदार आंखे , मांसल  पैर और वजनदार शरीर  अर्...

राजद सुप्रीमो लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव राजनीति में हाथ आजमाने के बाद अब फिल्मों में काम करेंगे

राजद सुप्रीमो लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव राजनीति में हाथ आजमाने के बाद अब फिल्मों  में काम करेंगे


राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव राजनीति में हाथ आजमाने के बाद अब फिल्‍मों में काम करेंगे। तेजप्रताप यादव ने ट्विटर हैंडल से फिल्‍म का पोस्‍टर शेयर कर इसकी जानकारी दी गई है। इसपर यूजर्स ने तरी-तरह की प्रतिक्रियाएं दी हैं। फिल्‍म में पहले भी कर चुके काम बिहार के पूर्व स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री व राजद नेता तेजप्रताप यादव का कला से गहरा नाता रहा है। मंत्री रहते हुए उन्‍होंने एक भोजपुरी फिल्‍म में मुख्‍यमंत्री की भूमिका निभाई थी। इस फिल्‍म में फिर आएंगे नजर तेजप्रताप एक बार फिर फिज्‍मों में नजर आने वाले हैं। ट्विटर के माध्‍यम से उन्‍होंने इसकी जानकारी दी है। उनके वेरिफाइड ट्विटर हैंडल से पोस्‍ट फिल्‍म के पोस्‍टर में तेजप्रताप नजर आ रहे हैं। पोस्‍टर में फिल्‍म का नाम 'रूद्रा द अवतार' है। धर्म में भी गहरी रूचि विदित हो कि तेजप्रताप यादव की धर्म में भी गहरी रूचि है। वे कई बार मंदिरों में पूजा करते देखे गए हैं। कृष्‍ण भक्ति में वे बांसुरी बजाते भी नजर आए हैं। जता चुके वृंदावन जाने की इच्छा तेजप्रताप ने हाल ही में राजनीति छोड़कर वृंदावन जाने की इच्छा जताई थी। उसके बाद से बिहार की सियासत गरमा गई थी। फिलहाल वे मुंबई में हैं, जहां उनके पिता लालू प्रसाद यादव का इलाज चल रहा है।

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इसे साहस कहूँ या     उस समय हम लोग विज्ञान स्नातक (B.sc.) के प्रथम वर्ष में थे, बड़ा उत्साह था ! लगता था कि हम भी अब बड़े हो गए हैं ! हमारा महाविद्यालय जिला मुख्यालय पर था और जिला मुख्यालय हमारे घर से 45 किलोमीटर दूर!  जिन्दगी में दूसरी बार ट्रेन से सफर करने का अवसर मिला था और स्वतंत्र रूप से पहली बार  | पढने में मजा इस बात का था कि हम विज्ञान वर्ग के विद्यार्थी थे, तुलना में कला वर्ग के विद्यार्थियों से श्रेष्ठ माने जाते थे, इस बात का हमें गर्व रहता था! शेष हमारे सभी मित्र कला वर्ग के थे ,हम उन सब में श्रेष्ठ माने जाते थे परन्तु हमारी दिनचर्या और हरकतें उन से जुदा न थीं! ट्रेन में सफर का सपना भी पूरा हो रहा था, इस बात का खुमार तो कई दिनों तक चढ़ा रहा! उसमें सबसे बुरी बात परन्तु उन दिनों गर्व की बात थी बिना टिकट सफर करना   | रोज का काम था सुबह नौ बजे घर से निकलना तीन किलोमीटर दूर अवस्थित रेलवे स्टेशन से 09.25 की ट्रेन पौने दस बजे तक पकड़ना और लगभग 10.45 बजे तक जिला मुख्यालय रेलवे स्टेशन पहुँच जाना पुनः वहाँ से पैदल चार किलोमीटर महाविद्यालय पहुंचना! मतल...

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