Skip to main content

स्कूलों का मर्जर वंचितों से शिक्षा की आखिरी उम्मीद छिनने की कवायद

   स्कूल"  स्कूलों  का मर्जर : वंचितों से छीनी जा रही है शिक्षा की आखिरी उम्मीद — एक सामाजिक, शैक्षिक और नैतिक समीक्षा  "शिक्षा एक शस्त्र है जिससे आप दुनिया को बदल सकते हैं" — नेल्सन मंडेला। लेकिन क्या हो जब वह शस्त्र वंचितों के हाथ से छीन लिया जाए? उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्राथमिक विद्यालयों के मर्जर (विलय) की नीति न केवल शिक्षा का ढांचा बदल रही है, बल्कि उन बच्चों की उम्मीदों को भी कुचल रही है जिनके पास स्कूल ही एकमात्र रोशनी की किरण था। 1. मर्जर की वजहें – प्रशासनिक या जनविरोधी? amazon क्लिक करे और खरीदें सरकार यह कहती है कि बच्चों की कम संख्या वाले विद्यालयों का विलय करना व्यावसायिक और प्रशासनिक दृष्टि से उचित है। पर यह सवाल अनुत्तरित है कि – क्या विद्यालय में छात्र कम इसलिए हैं क्योंकि बच्चों की संख्या कम है, या इसलिए क्योंकि व्यवस्थाएं और भरोसा दोनों टूट चुके हैं? शिक्षक अनुपात, अधूरी भर्तियाँ, स्कूलों की बदहाली और गैर-शैक्षणिक कार्यों में शिक्षकों की नियुक्ति — क्या यह स्वयं सरकार की नीति की विफलता नहीं है? 2. गांवों के बच्चों के लिए स्कूल ...

योगी राज में उत्तर प्रदेश सरकार की कैबिनेट के फैसले, गर्ल फ्रेंड या दो विवाहनहीं कर सकेंगे पुलिसकर्मी

योगी राज में उत्तर प्रदेश सरकार की कैबिनेट के फैसले, गर्ल फ्रेंड या दो विवाहनहीं कर सकेंगे पुलिसकर्मी


उत्तरप्रदेश  सरकार की बुधवार को लखनऊ में हुई कैबिनेट बैठक में 17 प्रस्तावों पर मुहर लगी। बैठक के बाद सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह ने कैबनेट के निर्णयों की जानकारी देते हुए बताया कि यूपी पुलिस मैनुअल में संशोधन किया गया है। इसके तहत क्लर्क, एकाउंटेंट, कॉन्फिडेंशियल असिस्टेंट दो विवाह या गर्लफ्रेंड नहीं रख सकते। इससे पहले भी इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर, कास्टेबल आदि के लिए संशोधन किया जा चुका है। बैठक में योगी मंत्रिमंडल द्वारा प्रदेश मे सामाजिक आर्थिक जातिगत जनगणना दोबारा कराने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी गई है। सरकार का कहना है कि वर्ष 2011 में सामाजिक आर्थिक जातिगत जनगणना की गई थी। इसमें सामने आया कि सरकार की तमाम कल्याणकारी योजनाओं का लाभ तमाम लोगों को नहीे मिल पा रहा है। ऐसे लोगों को सभी योजनाओं से लाभान्वित करने के लिए दोबारा सर्वे कराने का फैसला लिया गया है। इसी तरह मंत्रिमंडल की बैठक में मुख्यमंत्री आरओ पेय जल योजना के तहत पूर्वांचल और बुंदेलखंड के सात-सात जिलों में 28 हजार प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों में पच्चीस लीटर टैंक के आरओ लगाए जाने का भी निर्णय किया गया। इसके अलावा विंध्यांचल में विकास कार्य को बढ़ावा देने के लिए विंध्यांचल विकास प्राधिकरण का गठन किया गया है, इसमें 68 गांव शामिल किए गए हैं। योगी मंत्रिमंडल के एक अन्य अहम फैसले के मुताबिक उत्तर प्रदेश के लोकतंत्र सेनानियों को अब यूपी की सभी सरकारी बसों में मुफ्त यात्रा के साथ ही राजकीय चिकित्सालयों में इन्हें और इनके परिवार को मुफ्त चिकित्सा सुविधा दी जाएगी। अन्य अहम प्रस्ताव वर्ष 2017-18 की योजना में अब विभागों को कैबिनेट के जरिए प्रस्ताव पास कराना होगा। कौशल विकास मिशन और प्राविधिक शिक्षा विभाग ने बुधवार को अनुमोदन लिया। कैग की रिपोर्ट का अनुमोदन। डॉ. राम मनोहर लोहिया के दोनों चिकित्सालयों का विलय होगा। राज्यपाल ने इसे पुर्नविचार के लिए भेजा है, जिसे एम्स की तर्ज पर लाने के लिए राज्यपाल ने कहा है, इसी के तहत अब इसमें संशोधन किया जाएगा। पिछड़ा वर्ग के व्यक्तियों के प्रक्षिक्षण के लिए सरकार ने अब ओबीसी को भी इसमें जोड़ा है। इसमें कारीगरी से लेकर इलेक्ट्रिशियन सिक्योरटी गार्ड जैसे काम का प्रशिक्षण दिया जाएगा और इन्हें लोन भी दिलवाया जाएगा। जनपद शामली में बिजली संकट दूर करने के लिए 738.61 करोड़ की लागत से 400 किलो वॉट के सब स्टेशन का निर्माण कराया जाएगा। इससे मुजफरनगर, शामली और मेरठ को बिजी कटौती का समस्या से निजात मिलेगी। सोनभद्र पवार कंपनी को खत्म करने का निर्णय। औद्योगिक विभाग ग्राम सभा जमीनों को सर्किल रेट के आधार पर देगा। एक हजार करोड़ तक का कोई भी पीपीपी मॉडल लगाना चाहते है तो टेंडरिंग प्रक्रिया के तहत विभाग सीधे ऐसा कर सकता है। विधायकों को अब 02 करोड़ 40 लाख तक विकास निधि मिलेगी, जिसमे 40 लाख तक जीएसटी में जायेगा। मगहर के विकास के लिए 250 लाख की धनराशि दी गई थी, अब इसका विकास सोसाइटी के तहत किया जाएगा। सरकार ने इसमें चार संस्थाओं को रजिस्टर्ड किया है, इसके अन्तर्गत एक पुस्तकालय भी बनाया जाएगा। उच्च न्ययालय से सेवानिवृत्त न्यायाधीश की विधवा पत्नी, पति के लिए भत्ते की धनराशि बढ़ाकर 20 हजार और 15 हजार कर दी गई है, पहले यह 14 हजार थी। इसी के साथ उच्च न्यायालय के भूतपूर्व न्यायाधीश की मृत्यु उपरांत परिवार को सहायता राशि प्रतिमाह 10 हजार और 7500 रुपया कर दिया गया है।

Comments

Popular posts from this blog

इसे साहस कहूँ या बद्तमीजी

इसे साहस कहूँ या     उस समय हम लोग विज्ञान स्नातक (B.sc.) के प्रथम वर्ष में थे, बड़ा उत्साह था ! लगता था कि हम भी अब बड़े हो गए हैं ! हमारा महाविद्यालय जिला मुख्यालय पर था और जिला मुख्यालय हमारे घर से 45 किलोमीटर दूर!  जिन्दगी में दूसरी बार ट्रेन से सफर करने का अवसर मिला था और स्वतंत्र रूप से पहली बार  | पढने में मजा इस बात का था कि हम विज्ञान वर्ग के विद्यार्थी थे, तुलना में कला वर्ग के विद्यार्थियों से श्रेष्ठ माने जाते थे, इस बात का हमें गर्व रहता था! शेष हमारे सभी मित्र कला वर्ग के थे ,हम उन सब में श्रेष्ठ माने जाते थे परन्तु हमारी दिनचर्या और हरकतें उन से जुदा न थीं! ट्रेन में सफर का सपना भी पूरा हो रहा था, इस बात का खुमार तो कई दिनों तक चढ़ा रहा! उसमें सबसे बुरी बात परन्तु उन दिनों गर्व की बात थी बिना टिकट सफर करना   | रोज का काम था सुबह नौ बजे घर से निकलना तीन किलोमीटर दूर अवस्थित रेलवे स्टेशन से 09.25 की ट्रेन पौने दस बजे तक पकड़ना और लगभग 10.45 बजे तक जिला मुख्यालय रेलवे स्टेशन पहुँच जाना पुनः वहाँ से पैदल चार किलोमीटर महाविद्यालय पहुंचना! मतल...

उ कहाँ गइल

!!उ कहाँ गइल!!  रारा रैया कहाँ गइल,  हउ देशी गैया कहाँ गइल,  चकवा - चकइया कहाँ गइल,         ओका - बोका कहाँ गइल,        उ तीन तड़ोका कहाँ गइल चिक्का  , खोखो कहाँ गइल,   हउ गुल्ली डण्डा कहाँ गइल,  उ नरकट- कण्डा कहाँ गइल,           गुच्ची- गच्चा कहाँ गइल,           छुपा - छुपाई कहाँ गइल,   मइया- माई  कहाँ गइल,  धुधुका , गुल्लक कहाँ गइल,  मिलल, भेंटाइल  कहाँ गइल,       कान्ह - भेड़इया कहाँ गइल,       ओल्हापाती कहाँ गइल,  घुघुआ माना कहाँ  गइल,  उ चंदा मामा कहाँ  गइल,      पटरी क चुमउवल कहाँ गइल,      दुधिया क बोलउल कहाँ गइल,   गदहा चढ़वइया कहाँ गइल,   उ घोड़ कुदइया कहाँ गइल!!                  Copy@viranjy

अभिनन्दन पत्र

 अभिनन्दन पत्र     किसी अधिकारी कर्मचारी के स्थानान्तरण /सेवानिवृत्ति  पर एक उपलब्थि पत्र के रुप स्मृति चिन्ह के रुप में  एक आख्यान..       प्रयोजन -  एक शिक्षक विरंजय सिंह यादव ने  विकास खण्ड के समस्त शिक्षकों की तरफ से अपने महबूब (प्रिय ) विद्वान खण्ड शिक्षा अधिकारी डा० अरूण कुमार सिंह  के स्थानान्तरण पर यह पत्र लिखा है | अभिनन्दन पत्र की विशेषता -         अपने अनुशासनिक खण्ड शिक्षा अधिकारी के जनपद मीरजापुर विकास खंड-जमालपुर  , से कौशाम्बी जनपद स्थानान्तरण पर लिखे अभिनन्दन पत्र में  ,अपने विद्यालय के प्रधानाध्यापक श्री प्रभाकर सिंह के आग्रह पर अभिनन्दन पत्र की पंक्तियां  प्र भा क र अक्षर से शुरु होती है ं-- सम्पूर्ण पत्र -     श्रीमान्  डा० अरुण कुमार सिंह   *खण्ड शिक्षा अधिकारी, जमालपुर ,मीरजापुर* सेवारम्भ तिथि 7 जून 2021  प्रथम पदस्थापन- सौभाग्यशाली  ब्लॉक संसाधन केंद्र, जमालपुर मीरजापुर | स्थानान्तरण आदेश- 18 फरवरी  2024    प्रगति प्रेमी ,...