डड़कटवा के विरासत जब सावन आवेला त रोपनी आ खेती जमक जाले , लोग भोरही फरसा (फावड़ा) लेके खेत के हजामत बनावे चल दे ला , ओहमें कुछ लोग स्वभाव से नीच आ हजामत में उच्च कोटि के होला ओहके डड़कटवा (खेत का मेड़ काट कर खेत बढाने की नाजायज चेष्टा रखने वाला व्यक्ति )के नाम से जानल जाला .. डड़कटवा हर गांव में लगभग हर घर में पावल जाले , डड़कटवा किस्म के लोग कई पुहुत (पुश्त) तक एह कला के बिसरे ना देलन , कारण इ होला की उनकर उत्थान -पतन ओही एक फीट जमीन में फंसल रहेला , डड़कटवा लोग एह कला के सहेज (संरक्षित ) करे में सगरो जिनिगी खपा देलें आ आवे वाली अपनी अगली पीढ़ी के भी जाने अनजाने में सीखा देबेलें , डड़कटवा के डाड़ (खेत का मेड़) काट के जेवन विजय के अनुभूति होखे ले , ठीक ओइसने जेइसन पढ़ाकू लइका के केवनो परीक्षा के परिणाम आवे पर पास होइला पर खुशी होखे ले | कुल मिला के जीवन भर डाड़ काट के ओह व्यक्ति की नीचता के संजीवनी मिलेले आ ओकर आत्मा तृप्त हो जाले बाकी ओके भ्रम रहेला की खेत बढ़ गईल , काहे की ,एकगो कहाउत कहल जाले की...
चिल्लाने लगा "मैं हूँ विकास दुबे कानपुर वाला
आज सुबह सात बजकर पैंतालीस मिनट पर उत्तर प्रदेश का सबसे चर्चित और सबसे ज्यादा इनाम राशि घोषित किया गया आतंकी विकास दुबे पुलिस की आंख में धुल झोंकता पहुँच गया महाकाल की शरण में, और उसने लगभग साठ सीसीटीवी कैमरे और बहुसंख्य सुरक्षाकर्मियों के बीच दर्शन करने पहुँच गया और दो सौ पचास रुपये की रसीद कटाकर आमजन की तरह लाईन में लग गया दर्शन के लिए तब तक गिरफ्तार कर लिया गया!
इसकी सूचना मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी श्री आदित्यनाथ को दी तथा मध्यप्रदेश पुलिस की बड़ी कामयाबी बताई,
अब सूचना पाते ही उत्तर प्रदेश पुलिस उसको रिमांड पर लेने उज्जैन रवाना हो गई!
अब प्रश्न यह उठता है कि पुलिस की इतनी निगरानी के बीच यह उज्जैन कैसे पहुँच गया,?
वहाँ पहुंचने पर पुलिस ने गिरफ्तार किया अथवा वह योजना के तहत गिरफ्तार हुआ?
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