शिक्षक और परिवर्तन की मिशाल शिक्षक को परिवर्तन के लिए जाना जाता है। समाज में महत्वपूर्ण परिवर्तन तथा सुधारों के प्रतीक हैं, शिक्षक | अब उन शिक्षकों को एक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण करनी है , जिनकी सेवा 6 अथवा 8 वर्ष है , हां उन्हें पास करना भी चाहिए क्योंकि वे राष्ट्र निर्माण की नर्सरी तैयार कर रहे हैं। परन्तु क्या ऐसी परीक्षा जिसमें पिता और पुत्र एक साथ बैठ कर परीक्षा दें | उसके लिए अतिरिक्त समय , तैयारी और पुनः समायोजित तैयारी की जरुरत होगी | सरकारी शिक्षकों का दायित्व एक सरकारी शिक्षक को , बाल गणना , जनगणना , मकान गणना , बाढ़ नियंत्रण, बी एलओ, सफाई , एमडीएमए ,चुनाव और भी बहुत कुछ तब जा कर मूल दायित्व बच्चों को गढ़ कर नागरिक बनाना | मुर्गे की कहानी और शिक्षक जो समस्याएं आती हैं उनकी पटकथा और पृष्ठभूमि होती है। अनायास एक दिन में समस्याएं नहीं आ जाती. .. एक लोक कथा याद आ गई. . एक शानदार मुर्गा था कलंगीदार मस्तक , चमकीले पंख , चमकदार आंखे , मांसल पैर और वजनदार शरीर अर्...
एक मामूली गुण्डे विकास दुबे को राजनैतिक संरक्षण देकर इन्ही नेताओं ने गैगेस्टर बना दिया जिसका हौसला इतना बढ़ा कि पुलिस थाने में घुसकर दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री की दिनदहाड़े हत्या और कोई गवाह नहीं मिला ,इसी तरह से छोटी-बड़ी विभिन्न हत्याएं, विकास दुबे का आपराधिक कद और हौसला दोनों बढता गया, बसपा, सपा से होते हुए वह भारतीय जनता पार्टी का सक्रिय सदस्य है मुख्यमंत्री जी के साथ तस्वीर यही तस्दीक कर रही है, पुलिस महकमे की गद्दारी ने अपने ही साथियों को मौत के मुहं में धकेल दिया, अब सरकार की ला एण्ड आर्डर की पोल खुल गई! जाबांज पुलिस कर्मियों का बहा खून सैलाब बन जाना चाहिए था, लेकिन अब समाज को सुरक्षित रखने का विश्वास दिलाने वाले खुद खतरे में हैं, तो आमजन की सुरक्षा का क्या❓ विकास दुबे को जमीन खा गयी या आसमां निगल गया, अब शासन- प्रसाशन मिलकर विकास दुबे को ढूंढ रहे हैं , लेकिन अभी तक मिला नहीं परन्तु कुछ अहम सुराग हाथ लगा जैसे विकास दुबे के काल डिटेल से पंद्रह से ज्यादा पुलिस कर्मियों के मोबाइल नंबर, विकास दुबे का नौकर, औरैया के पास मिली लावारिस ईकोस्पोर्ट कार यूपी 32 जी एल 9252 जो अमित तिवारी के नाम से पंजीकृत है, अब आगे देखिये कहाँ तक पहुंचती है बात..
विरंजय
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